हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जन्नतुल बक़ी की ताराजी को 101वर्ष से अधिक हो गए हैं जिसको लेकर लखनऊ में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया और शिया समुदाय की ओर से भारत के प्रधानमंत्री को पत्र भेजा गया।
मदीने के मशहूर और पवित्र क़ब्रिस्तान जन्नतुल बक़ी के इन्हेदाम के 100 साल से अधिक हो गए हैं । इस साल भी गत वर्ष की भांति ही लखनऊ के शहीद स्मारक पर जन्नतुल बक़ी के पुनः निर्माण की मांग को लेकर शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास के नेतृत्व में सऊदी सरकार के ख़िलाफ़ बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ।
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शिया उलमा समेत हज़ारों की संख्या में लोगों ने शिरकत करके सऊदी हुकूमत के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया बताते चलें कि सऊदी अरब के मदीना मुनव्वरा में स्थित जन्नतुल बकी क़ब्रिस्तान में मौजूद रसूले इस्लाम की इकलौती बेटी व चार इमामों के रौज़ों समेत इस्लामी इतिहास की सैंकड़ों बुज़ुर्ग हस्तियों के मज़ारों को 100 वर्ष पूर्व आले सऊद ने ध्वस्त कर दिया था।
इस साल जन्नतुल बक़ी के ध्वस्तीकरण को 100 वर्ष से अधिक हो गए हैं जिसको लेकर लखनऊ में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया और शिया समुदाय की ओर से भारत के प्रधानमंत्री को पत्र भेजा गया।
इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से शामिल होने वालों में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना साएम मेहंदी नक़वी, मौलाना जाफ़र अब्बास समेत बड़ी संख्या में धार्मिक एवं समाजी संस्थाएं और मातमी अंजुमनें भी शामिल रही।